चिकनगुनिया के लक्षण और इसे कैसे ठीक करे – Chikungunya Symptoms & Treatment in Hindi

Chikungunya Symptoms & Treatment in Hindi

चिकनगुनिया एक प्रकार का वायरल बुखार है मतलब वायरस से होने वाला बुखार इसे चिकनगुनिया कहा जाता है चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से होता है इसीलिए इसे चिकनगुनिया बुखार कहा जाता है यह दो तरह के संक्रमित मच्छरों के काटने से होता है

Chikungunya Symptoms & Treatment in Hindi

लक्षण :

चिकनगुनिया के रोगी में यह लक्षण होते हैं
1. तेज बुखार हुआ जोड़ो में तेज दर्द होता है
2. सिर दर्द, जोड़ों में सूजन पाई जाती
3. शरीर पर रैशेज हो जाते हैं
4. ज्यादातर रोगी लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ लोगों में जोड़ों का दर्द महीना या फिर सालों तक बना रहता है
बुजुर्ग लोग ,डायबिटिक लोग ,हृदय रोगी ,या फिर उच्च दाब वाले व्यक्तियों में इस रोग का अधिक प्रभाव होता है और एक बार यह रोग होने पर यह ठीक नहीं होता है

रोग उपचार :

चिकनगुनिया के लिए कोई दवाई नहीं है अंत इसके संक्रमण से बचना चाहिए तथा रोगी को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए तथा दर्द कम करने के लिए और बुखार कम करने के लिए दवाई खा सकते हैं दर्द के लिए पेन किलर पैंकिलर और बुखार के बुखार को कम करने के लिए पेरासिटामोल ले सकते हैं चिकनगुनिया आमतौर पर दो-तीन दिन तक रहता है इसके बाद बुखार कम हो जाता है या फिर पूरी तरह ठीक हो जाता है लेकिन संक्रमित रोगी के शरीर में इसका वायरस करीब 7 दिन तक रहता है चिकनगुनिया के लिए R T, PCK टेस्ट करवा सकते हैं बुखार होने के 1 साल तक पॉजिटिव आ सकता है

बचाव:

चिकनगुनिया से बचाव के लिए गाजर का सूप पत्ता गोभी का सूप ब्रोकली का सूप पालक का सूप लेते रही ये तो इस बीमारी से बचे रहेंगे आपको यह रोग नहीं होगा इसके इलावा आपको विटामिन C को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए विटामिन सी ना ही हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है बल्कि बॉडी में जो वायरस है उसे और अंदर जाने से रोकता है संतरा मुसम्मी अमला नींबू स्ट्रॉबेरी पपीता पाइनएप्पल इन सभी का डाइट में लेना जरूरी है ।

क्या नहीं खाना चाहिए:

ज्यादा मसाले वाली चीज तली हुई चीज फास्ट फूड इन सभी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए । चिकनगुनिया होने पर डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं इसके अलावा आप बचाव के लिए पूरी बॉडी को ढक कर रखे जैसे पूरी बाजू के कपड़े पहन कर बच सकते हैं चिकन चिकनगुनिया वाले पेशेंट को जोड़ो को मूवमेंट करना चाहिए नहीं तो जकड़न बढ़ती जाएगी जैसे कि रोगी सुबह जब उठते हैं तो हाथों और पैरों में बहुत दर्द होता है तो धीरे-धीरे हाथों पैरों की एक्सरसाइज करें जिससे दर्द कम होगा उसके बाद अपने काम करने में आसानी होगी इसके इलावा रोगी को नीचे नहीं बैठना ,इंडियन टॉयलेट, ज्यादा उठक बैठक नही करनी चाहिए इससे भी दर्द कम होता है और आप सिकाई भी कर सकते हैं बर्फ की या गर्म पानी से आप दोनों सिकाई करके देखें की आपको किस से आराम मिलता है । मतलब चिकनगुनिया में दोनों सिखाइयां कर सकते हैं इससे भी काफी फर्क पड़ता है |

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